वार वे तेवार वे तेवार नीं लागै

दितवार भी अबै अरे दितवार नीं लागै

मिट्ठू मोर चरकल्यां री वात कई करां

झणकार तक अबै अरे झणकार नीं लागै

बी पूछै वी बी पूछै पूछ सब रिया

कणी री मनवार बी मनवार नीं लागै

डेरी रै कान में कैवै सा बंगलौ अब यूं

पोळ चौक में तौ बी दरबार नीं लागै

दंद फंद रोग सोक कहूगरा चालर्या

जाणै क्यूं संसार असार नीं लागै

यौ भी तररयौ वो भी तररयौ सगरा तर रिया

'रेखा' रौ बेड़ो ही क्यूं पार नीं लागै

स्रोत
  • पोथी : आंगणै सूं आभौ ,
  • सिरजक : रेखा व्यास ,
  • संपादक : शारदा कृष्ण ,
  • प्रकाशक : उषा पब्लिशिंग हाउस ,
  • संस्करण : प्रथम