गळी चौक पाड़ा में नित नुंवी रोळ

भाग रा गवाड़ा में रीती पोळ

आंसूं री ओस झरै मैंणत रे खेत में

भर्‌या खिलाण होवै करजै में गोळ

जीवण रे जंगळ में अंधियारौ घुप्प

खोजै उजास भोळा नैण रा डबडोळ

झूंठा सब नाता अर कोरा कोल

पीतळ रा गेहणा पर सोनै रो झोळ

रीती पोथी आखर रो नाम नीं

जिल्द माथै चढ़्यौड़ौ सतरंगी खोळ

तनड़ौ गातौ फिरै रोटी रा गीत

दीठ सामै मुळकै आसा रा टोळ।

स्रोत
  • पोथी : मोती-मणिया ,
  • सिरजक : अर्जुन ‘अरविन्द’ ,
  • संपादक : कृष्ण बिहारी सहल ,
  • प्रकाशक : चिन्मय प्रकाशन
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