प्रेम वीरां रो बानो है

प्रेम परखै तो तानो है

रंगत री बात के करनी

प्रेम सतरंगी पानो है

मिनखपण प्रेम रै ताणी

नहीं तो खाली खानो है

प्रेम मीरां है राधा है

प्रेम सबरी के छानो है

प्रेम मुरली है होठां री

प्रेम रो नांव कान्हो है

स्रोत
  • पोथी : कवि रै हाथां चुनियोड़ी ,
  • सिरजक : राजूराम बिजारणियां
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