मूंडा सैं रा घणा उदास,
बाकी तो सब चोखा है।
पितळायेड़ी दीखै कळियां,
बाकी तो, सब चोखा है।
रगत जिगर ईमान बी रैया,
बाकी तो सब चोखा है।
न्यायालय, अन्याय कर रैया,
बाकी तो सब चोखा है।
रिस्ता—नाता रोगी व्हैग्या,
बाकी तो सब चोखा है।
देसभगती रा ढोंगी रैग्या,
बाकी तो सब चोखा है।
आंख्यां खोल'र देख 'पूजा',
बाकी तो सब चोखा है।