मिनख जमारो खोटो भाई।

इण में सुख रो टोटो भाई॥

धंधा पाणी मोळा माटा।

बैठा बातां घोटो भाई॥

धिन भागी हो जे मिल जावै।

काचो-पाको रोटो भाई॥

कुण देवै है किण ने खीरा।

खुद बादीयो ओटो भाई॥

कागज री है पुरसण सगळी।

गमग्या थाळी-लोटो भाई॥

कुण बांचे थैं कांई लिख्यौ।

सगळा जोवै फोटो भाई॥

स्रोत
  • सिरजक : आशा पांडेय ओझा ,
  • प्रकाशक : कवि रै हाथां चुणियोड़ी
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