किस्मत नै अजमाय देख लूं
फेरूं सौगन खाय देख लूं।
म्हैं ई लाय पराई माथै
रोटी अपणी जाय सैक लूं।
मनचावी अर मन रै माफक
खेंच हथेळी माथै रेख लूं।
सूता भाग जगावै उण दर
गोडा अपणा जाय टेक लूं।
पढ़ी पोथियां भांत—भांत री
पढ़करां रा आज लेख लूं।
सोचूं पीड़ा ने पुचकारूं
अर कर कोई काज नेक लूं।