हाथां नै हथियार चाइजै
वांनै तौ नीं प्यार चाइजै।
रोळौ-बैधौ आज माचर्यौ
किरतब नीं अधिकार चाइजै।
फेरूं आग्या धोळपोसिया
चानस केई बार चाइजै।
मांगै सगळा राज-काज अब
जन री पण हूंकार चाइजै।
राज हुवै जद तंत-बायरौ
तारणियौं करतार चाइजै।
भाई बरगौ मीत मान ले
बखत-बखत फटकार चाइजै।
चेत मुसाफ़िर मिनख जात नै
आज फगत सिणगार चाइजै।