बात बात पर अड़णो के

जात पांत पर लड़णो कै

सोनो, बातां राख खरी

खोटो गै'णो घड़णो के

खोल दराजो हवा खड़ी

मन रो ताळो जड़णो के

आभै साथै होड़ लगा

ठोड़ ठोड़ नित पड़णो के

फूलां बरणी खुसबू दै

पात सरीखो झड़णो के

स्रोत
  • पोथी : कवि रै हाथां चुनियोड़ी ,
  • सिरजक : राजूराम बिजारणियां
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