चमचमातो सूरजो जायां ढळै
लौह रो बळ आग में आयां गळै
देख सूनी डीकरी मत छेड़ थूं
आपणै घर ई अठै बायां पळै
हेत नै जद ढाब लेवां बांथ में
राम-लिछमण प्रीत रळ भायां फळै
ठोकरां मत काढजै व्हा मावड़ी
राम रूस्यां रात में छायां बळै
भेंट देवां रोज माथा देस नै
जीवणो की काम रो पायां तळै
देवता चावै धरा कद फेरणी
निमड़ो पीबो करै दायां छळै
देख 'मोहन' नींद सूता रावळा
भूख रा सै रोग कीं खायां टळै