म्हनै जांवण दे परदेस

पाछो बेगो आऊंला

मत जावो पिया परदेस

थांरी ओळ्यूं आवैला

म्हैं सुणी हूं मरवण म्हारी

उठै खानियां है सोना री

थांरै नौ लक्खा बणवाऊंला

थारै टीको ठुस्सी घङवाऊंला

नथ कङलौ चमकैला

घणी खुश थूं हो जावैला

म्हनै जांवण दे परदेस

म्है सुणी हूं ढोला प्यारा

उठै छोरा-छोरी कंवारा

वानै लोक लाज नीं आवै

रैवै साथ, पीवै नै खावै

कठै दिन होवै, कठै रात

बात सतावैला

मत जावौ पिया परदेस

थूं पाळियो भरम है भारी

तौ है बङी बीमारी

वां में थारी बात कठै है

अंखियां में लाज कठै है

सिदूंर सजी वा मांग कठै

लावै ला कठै सूं लाली

म्हनै जांवण दे परदेस

नीली अंखियां वाळी

गौरी चामङी वाळी

बिलमाय रख लियो थानै

मर जाऊंला म्हैं बेचारी

मरदां री अैङी जात

वठै कटै रात, जटै थाळी

मत जावौ पिया परदेस

म्हैं हूँ भारत रो वासी

हूं आंण बांण रौ सांची

ओबामा कयौ अमरीकी संभळो

आवै भारत वासी

म्हे इतरा नीं कमजोर

पछै तूं क्यूं घबरावैला

म्हनै जांवण दे परदेस

पाछो बेगो आऊँला

मेहनत में सच्चा सोना

म्हारे खेत में निपजै सोना

अेक दाणौं जो थे उगावौ

भर-भर झोळा ले आवो

लालच री मीठी मार

भँवर थे धोको खावोला

मत जावो पिया परदेस

थांरी ओळू आवेला।

स्रोत
  • पोथी : अंतस रौ उजास ,
  • सिरजक : रज़ा मोहम्मद खान ,
  • संस्करण : प्रथम संस्करण
जुड़्योड़ा विसै