आगै-आगै आप भंवरजी गैलां नणदोई जी
फिरती फिरती बातां लागी के ल्याया नणदोई जी
खा’ण नै जलेबी ल्याया पाटण रसगुल्ला जी
थारी नणद गो चूंदड़ ल्यायो फिर भी मुख स्यूं ना बोलै जी
थे म्हारा नणदोई प्यारा बाई नै राजी राखो जी
सोनै गो घड़वाऊं टेवटो बाई नै पहराऊं जी
आडी चालै टेढी चालै, चालै चाल फैशन गी
गरण-गरण बा आंख्यां काढै धोळा पैहरै सूट जी
सोनै गो घड़वाओ चुड़लो बंगड़ी ल्याद्यो फैशन गी
अफ़सर तो थे बडा कहिजो बाई नै ल्याद्यो हंसलो जी
आगै आगै आप भंवरसा गैलां नणदोई जी।
(संदर्भ – ब्याव पछै जंवाई रै सासरै आवण पर लड़की री भाभीयां रै गावण रो गीत)