जुग-जुग जियो रे जैसाण
घणी सोभा आपरी म्हे गा र्या
कोई देसन में देस तुम्हारा
कोई हाल हुकम हो तुम्हारा
मोहे प्यारा लागो रे रूघनाथ
कंवर सोभा आप धणी म्हे गा र्या
कोई राजन में राज तुम्हारा
कोई सिर पर छत्र तुम्हारा
खम्मा-खम्मा करूं रूघनाथ
घणी सोभा आप धणी म्हे गा र्या
कोई सहारा है अमीर-गरीब का
उजाला हुआ है चंद्रवीर का
कोई वार-तैवार बाजा बजै
घणी सोभा आप धणी म्हे गा र्या
कोई मस्ताना सिर पे झुकाया
मस्तनगरी तेरी में मोहे आया
चरण कमल बिच तोरे रहूं
जुग-जुग जियो रे जैसाण
घणी सोभा आपरी म्हे गा र्या
खम्मा सस्त्र में सस्त्र तुम्हारा
खम्मा हाल हुकम तुम्हारा
मोहे प्यारा लागो रे रूघनाथ
कंवर सोभा आप धणी म्हे गा र्या