सुहाग मांगण गई अे लाडो दादां गै दरबार
सुहाग मांगण गई अे लाडो जामी गै दरबार
दादा देओ नी सुहाग जामी देओ नी सुहाग
भाइयां प्यारी नै सुहाग अकन कंवारी नै सुहाग
बड परवारी नै सुहाग मिरगा नैणी नै सुहाग
अे मां मैं क्या जाणु अे कामण अेसा गुण लाग्या
लाग्या-लाग्या ओ रायबर, मेण मजीठी सें गुण लाग्या
काजळ-टीकी सें गुण लाग्या, रोळी-मोळी सें गुण लाग्या
अे मां मैं क्या जाणु अे कामण अेसा गुण लाग्या
सुहाग मांगण गई अे लाडो मामा गै दरबार
सुहाग मांगण गई अे लाडो काका गै दरबार
मामा देओ नी सुहाग काका देओ नी सुहाग
बड परवारी नै सुहाग भाइयां प्यारी नै सुहाग
आळी-भोळी नै सुहाग मिरगा नैणी नै सुहाग
अे मां मैं क्या जाणु अे कामण अेसा गुण लाग्या
लाग्या-लाग्या ओ रायबर, काजळ-टीकी सें गुण लाग्या,
मेण मजीठी सें गुण लाग्या, रोळी-मोळी सें गुण लाग्या
अे मां मैं क्या जाणु अे कामण अेसा गुण लाग्या
सुहाग मांगण गई अे लाडो फूंफा गै दरबार
सुहाग मांगण गई अे लाडो बीरां गै दरबार
फूंफा देओ नी सुहाग बीरा देओ नी सुहाग
आळी-भोळी नै सुहाग मिरगा नैणी नै सुहाग
बड परवारी नै सुहाग डाबर नैणी नै सुहाग
अे मां मैं क्या जाणु अे कामण अेसा गुण लाग्या
लाग्या-लाग्या ओ रायबर, मेण मजीठी सें गुण लाग्या
काजळ-टीकी सें गुण लाग्या, रोळी-मोळी सें गुण लाग्या
अे मां मैं क्या जाणु अे कामण अेसा गुण लाग्या।
(संदर्भ – बनड़ी रै ब्याव रै दिनां में गावण रो सुहाग गीत)