म्हारी हथेळ्यां रै बीच छाला पड़ग्या म्हारा मारूजी।
पड़ग्या म्हारा मारूजी, मैं पालो कैंया काटूंली।
डोळ्या वाळो काट मैं तो अडवारो वाळो काट्यौ।
धोरौ वाळो पालो किण विध काटूं म्हारा मारूजी।
गाड़ी में ना बैठूं मैं तो मोटर में ना बैठूं।
पगां रै चालण में पग दूखै म्हारा मारूजी।
रखड़ी तो मैं म्हारा बाप कै सूं ल्याई।
झूंटणियां री गहरी मन में आवै म्हारा मारूजी।
जयपुर नहीं देखूं ढोला दिल्ली नहीं देखूं।
मनैं आगरा री सैर कराद्यौ म्हारा मारूजी।
रोटी नहीं भावै मनैं लापसी नहीं भावै।
म्हारै सीरा री गहरी मन में आवै म्हारा मारूजी।
लाडू नहीं भावै म्हांनै पेड़ा नहीं भावै।
पण घेवरियै री गैरी मन में आवै म्हारा मारूजी।
म्हारी हथेळ्यां रै बीच छाला पड़ग्या म्हारा मारूजी।
पड़ग्या म्हारा मारूजी, मैं पालो कैंया काटूंली।