अरे कुरजां म्हारी
हालै नीं बादीला रे देस
गौरादे रा बिलख्या बेस
कुरजां म्हारी हालै नीं रोंसीले रे देस
सांवळी कुरजां बागड़ले बोली
बचिया छोड़्या परदेस
कुरजां म्हारी हालै नीं परदेसी रे देस
हालै तो कुरजां
तनां बाग बतावां
बतावां जेसाणे रो देस
कुरजां म्हारी हालै नीं परदेसी रे देस
कुरजां तूं तो म्हारे धरम री बैन
रूठ्योड़ो म्हारो पीव मनाव
कुरजां म्हारी हालै नीं परदेसी रे देस
थारा रे गुण कुरजां म्हे गावस्यां
रूठ्यो म्हारो पीव मनाव
कुरजां म्हारी हालै नीं परदेसी रे देस
म्हे तो माणसिया विसवासीड़ा
म्हां बिच गूंथ्या मती जाळ
कुरजां म्हारी हालै नीं परदेसी रे देस
गौरादे रा बिलख्या बेस
कुरजां म्हारी हालै नीं रोंसीले रे देस