अमर रहो जैसाण राज
गिरधर के प्यारे लाल
राज माता सहाय करै
हुक्मसिंह हुकमराज
चंद्रवीर तेरी बांय
अंखियन के तारे
अमर रहो जैसाण राज
गिरधर के प्यारे लाल
तू हमारो ज्ञान-ध्यान
तू हमारो जीवन प्राण
प्रजा के ही प्राणनाथ
अंखियन के तारे
अमर रहो जैसाण राज
गिरधर के प्यारे लाल
भूपन में भूप तू ही
गिरधर के ही रूप तू ही
दुख हीरन कष्ट भंजन
सुख ही के सहारे
अमर रहो जैसाण राज
गिरधर के प्यारे लाल
सिर पर छत्र छाजै
द्वार तवार बाजै
घनन-घनन घोर
इंद्र के नगारे
वेनती तवारी
और कवि मस्तान गाये
तन-मन अवर धन से
चरनन तवारे
अमर रहो जैसाण राज
गिरधर के प्यारे लाल