अेकणि वन्नि वसंतड़ा, अेवड़ अंतर काइ?

सीह कवड्डी नह लहइ, गइवर लक्खि विकाइ॥

हाथी और शेर दोनों एक ही वन में रहते है फिर एक ही वन में बसने वालों में इतना अधिक अंतर कैसे है कि सिंह को तो कोई कौड़ी में भी नही पूछता और हाथी लाख के मोल में बिकता है?

स्रोत
  • पोथी : अचलदास खिची री वचनिका ,
  • सिरजक : शिवदास गाडण ,
  • संपादक : शम्भूसिंह मनोहर ,
  • प्रकाशक : राजस्थान प्राच्यविधा प्रतिष्ठान, जोधपुर
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