पीपा जिनके मन कपट, तन पर ऊजरौ भेस।

तिन को मुख कारौ करो, संत जनां का लेख॥

स्रोत
  • पोथी : राजर्षि संत पीपाजी ,
  • सिरजक : संत पीपाजी ,
  • संपादक : ललित शर्मा ,
  • प्रकाशक : राजस्थानी ग्रंथागार, जोधपुर ,
  • संस्करण : प्रथम