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साइट: परिचय
संस्थापक: परिचय
अंजस सोशल मीडिया
मिळै पतंगौ जोत मां
चिमनजी कविया
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मिलै
पतंगौ
जोत
मां,
जोत
सता
मिल
जाय।
सता
मिलै
परिव्रम
सूं,
परिव्रंम
अगम
पुजाय॥
स्रोत
पोथी
: हरीजस-मोख्यारथी (सोढायण)
,
सिरजक
: चिमनजी कविया
,
संपादक
: शक्तिदान कविया
,
प्रकाशक
: राजस्थान प्राच्यविद्या प्रतिष्ठान, जोधपुर।
,
संस्करण
: प्रथम