मायड़भाषा हेलो मारै कोडूं-कोड़ सपूतां नैं।

तोड़ो नींद नासठ ना नाखो, कुण पूछैलो सूतां नैं॥

स्रोत
  • पोथी : राजस्थली पत्रिका ,
  • सिरजक : बाबूलाल शर्मा ,
  • संपादक : श्याम महर्षि
जुड़्योड़ा विसै