काचळ री कुळ में कमंद, राची किम या रीत।

दिल्ली डोळो भेजने, अबखी करी अजीत॥

स्रोत
  • पोथी : मध्यकालीन चारण काव्य ,
  • सिरजक : भभूतदान ,
  • संपादक : जगमोहन सिंह ,
  • प्रकाशक : मयंक प्रकाशन, जोधपुर ,
  • संस्करण : प्रथम
जुड़्योड़ा विसै