LOG IN
जूनौ कोस
नूवौ कोस
लोक परंपरा
ई-पुस्तक
महोत्सव
LOG IN
Quick Links
जूनौ कोस
नूवौ कोस
लोक परंपरा
ई-पुस्तक
महोत्सव
साइट: परिचय
संस्थापक: परिचय
अंजस सोशल मीडिया
कान कुचरण्यां क्यूं करै
ओम बटाऊ
favorites
Share
Share
कान
कुचरण्यां
क्यूं
करै,
मत
मारग
खोदै
खाळ।
दिन
फिरेला
वार
करेला,
औ
टेम
करै
नहीं
टाळ॥
स्रोत
सिरजक
: ओम बटाऊ
,
प्रकाशक
: कवि रै हाथां चुणियोड़ी
जुड़्योड़ा विसै
समै
आगला
निरबै सोज्यै,ओझांगी मत
ओम बटाऊ
पाछला
कटै पड़्यां हा कैमरा
ओम बटाऊ
आप ये भी पढ़ सकते हैं
हमारी पसंद
सिणगार रा दूहा
कुलदीप सिंह इण्डाली
2