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साइट: परिचय
संस्थापक: परिचय
अंजस सोशल मीडिया
इनसे अधिक जूं बैल है
साहबराम राहड़
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इनसे
अधिक
जूं
बैल
है,
पर
उपकारी
जोय।
ताको
बधिया
नहीं
कर,
ब्रह्मवेत्ता
है
सोय॥
स्रोत
पोथी
: जम्भसार, भाग-1-2
,
सिरजक
: साहबराम राहड़
,
संपादक
: स्वामी कृष्णानंद आचार्य
,
प्रकाशक
: स्वामी आत्मप्रकाश 'जिज्ञासु', श्री जगद्गुरु जंभेश्वर संस्कृत विद्यालय, मुकाम,तहसील-नोखा, जिला- बीकानेर
,
संस्करण
: प्रथम