इल त्यौँ हरि अवतार इह, राजसिंह महाराँण।

औरंग से असुरेस सौँ, जीतै जंग जु आँन॥

स्रोत
  • पोथी : मान-राजविलास (राजविलास) ,
  • सिरजक : मानसिंह ,
  • संपादक : मोतीलाल मेनारिया ,
  • प्रकाशक : नागरीप्रचारिणी सभा, काशी
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