जूनौ कोस
नूवौ कोस
लोक परंपरा
ई-पुस्तक
महोत्सव
Quick Links
जूनौ कोस
नूवौ कोस
लोक परंपरा
ई-पुस्तक
महोत्सव
साइट: परिचय
संस्थापक: परिचय
अंजस सोशल मीडिया
पिचरंगी है पागड़ी
आयुषी राखेचा
Favourite
Share
Share
पिचरंगी
है
पागड़ी,
मूंछ्या
पतळी
पांत।
ल्या
द्यो
अब
कै
ठाकरां,
चुड़लो
हाथी
दांत॥
स्रोत
पोथी
: कवि रै हाथां चुणियोड़ी
,
सिरजक
: आयुषी राखेचा
,
प्रकाशक
: कवि रै हाथां चुणियोड़ी
जुड़्योड़ा विसै
पत्नी
पति
शृंगार काव्य