पगां बळ पतसाह, जीभां जस बोलां तणौ।

अब जस अकबरसाह, बैठा ही बैठा बोलस्या॥

स्रोत
  • पोथी : जाडा मेहड़ू ग्रंथावली ,
  • सिरजक : जाडा मेहड़ू ,
  • संपादक : सौभाग्यसिंह शेखावत ,
  • प्रकाशक : राजस्थानी शोध संस्थान, चौपासनी, जोधपुर
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