आदि बैर हिंदू असुर, धरनि धर्म दुहुँ काम।

कोटिक इन बित्तै कलप, सबल करत संग्राम॥

स्रोत
  • पोथी : मान-राजविलास (राजविलास) ,
  • सिरजक : मानसिंह ,
  • संपादक : मोतीलाल मेनारिया ,
  • प्रकाशक : नागरीप्रचारिणी सभा, काशी