सकल चढावे सीस, दान धरम जिण रौ दियौ।

सो खिताब बखसीस, लेवण किम ललचावसी॥

जिन महाराणाओं का दिया दान,बख्शिसे जागीरे लोग अपने माथे पर लगाकर स्वीकार करते थे। जो आजतक दूसरो को बख्शीस दान देते आये है आज वो महाराणा खुद अंग्रेज सरकार द्वारा दिए जाने वाले स्टार ऑफ़ इंडिया नामक खिताब रूपी बख्शीस लेने के लालच में कैसे गए?

स्रोत
  • पोथी : राजस्थानी साहित्य सुजस ,
  • सिरजक : केसरी सिंह बारहठ ,
  • प्रकाशक : राजस्थान राज्य पाठ्य पुस्तक मंडल, जयपुर।