Anjas

सुंदर कुंवरी बाई

  • जलम: 1734

किशनगढ़ री राजकुंवरी अर चावा भगत कवि नागरीदास री बहन। कविता रा संस्कार बापौती में मिळ्या। कविताओं में भगती री प्रधानता। वीर रस रा पद भी मिळे।

सुंदर कुंवरी बाई री रचनावां