सळखहर राउ सिरि वधी सेस, दळपति हुअउ सिरि दसाँ देस।

मँडोवर लियउ मल्लेछ मारि, विड्डारी सत्र मिरियाँ वहारि॥

राव सलखा के वंशज राव चूंडा की कीर्ति में अभीवृद्धि हुई। वह दसों देशों का सेनानी बन गया। उसने यवनों को पराजित करके मंडोवर को हस्तगत कर लिया तथा अपने यवन शत्रुओं को मार-मार कर भयभीत कर दिया॥

स्रोत
  • पोथी : छंद राउ जइतसी रउ (छंद राउ जइतसी रउ) ,
  • सिरजक : बिठु सुजा ,
  • संपादक : मूलचंद ‘प्राणेश’ ,
  • प्रकाशक : भारतीय विधा-मंदिर-प्रतिष्ठान, बीकानेर
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