जग धूतै रांडां करै, ब्याज चलावै दाम।
हल हांकै गाडा खडै, यो नहीं साध को काम।
यो नहीं साध को काम, बहुत पाखंड चलावै।
तांकू बरजै नाहिं, बड़ौ मोहि अचरज आवै।
मेटै दया र त्याग कूं, कहण न देवै राम।
जग धूतै रांडां करै, ब्याज चलावै दाम॥