कागला...

उडीक रा असवार

किण विध ऊंचैला

ऊजळी पांखां रौ

भार!

''कोवंस-कोवंस'' री टेर

उडीकूं हूं थनै...

थूं पैलौ सुर

छेहली गूंज

अेकर तो उतर

म्हारै डागळै!

स्रोत
  • पोथी : घर तौ एक नाम है भरोसै रौ ,
  • सिरजक : अर्जुनदेव चारण ,
  • प्रकाशक : रम्मत प्रकाशन, जोधपुर ,
  • संस्करण : प्रथम