थै म्हारै पर लिखो

पुरस्कार मिलसी

थारै पर !

थारै पर

कविता जमै कोनी

चिकणै डील पर

सबद थमै कोनी

कविता जमै

भोरड़ी जगां पर

फाट्योड़ै हाथां

अर ब्यावू वाळै

पगां पर

थारै पर कविता

बणै कोनी।

स्रोत
  • पोथी : आ बैठ बात करां ,
  • सिरजक : रामस्वरूप किसान