च्यानणी रात रै
चमकतै चांद साथै
म्हारै साम्हीं हंसै हा तारा।
पछै!
अेक तारो टूटग्यो
अर बाकी सैंग
म्हासूं रूठग्या।
तारां रो रूठणो
अर म्हारो हंसणो
चालतो रयो आखी रात।