जूनौ कोस
नूवौ कोस
लोक परंपरा
ई-पुस्तक
महोत्सव
Quick Links
जूनौ कोस
नूवौ कोस
लोक परंपरा
ई-पुस्तक
महोत्सव
साइट: परिचय
संस्थापक: परिचय
अंजस सोशल मीडिया
रोटी
शिवदान सिंह जोलावास
Favourite
Share
Share
चूल्है
रा
ताप
मांय
पिघळ
रैयी
है
चांदणी।
पूरी
गरमी
साथै
तवा
माथै
इतरावै
है
गोळ-गोळ
सूरज।
स्रोत
पोथी
: मंडाण
,
सिरजक
: शिवदान सिंह जोलावास
,
संपादक
: नीरज दइया
,
प्रकाशक
: राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी
,
संस्करण
: Prtham