पैली

रिस्तां रा नांव हुया करता

फेर

रिस्तां में राम मिळ्यौ

अब

रैयग्या रिस्ता फगत नांव रा

अब तो नांव भी राख दे कोई राम तो

मिळै नीं राम

राम रा रिस्ता

रगत रा रिस्ता

नांव रा रिस्ता

काम रा रिस्ता

बतायां कदै ठाह पड़ै तो

रिस्ता है भी नीं...

स्रोत
  • पोथी : इत्ती सी तो बात है ,
  • सिरजक : रोशन बाफना ,
  • प्रकाशक : गायत्री प्रकाशन
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