प्रेम रै पगोंथियै

आपरौ पोतियौ न्हांखियां

म्हें न्हाखूं निसकारा

म्हनै नी ठा कै

प्रेम री जूण में

आंसू री ओलूं सूं

मोटो व्हिया करै

लोई रा लळीयोडा प्रेम कागद।

छेहली सांस री उफाण में

उकैरिज्योडै नाम री छियां

मरियां पछै लारौ नी छोडै

वे हरखै अर निरखै

जोवै अर लुकै

शरमावै लगोलग मिनखजात सूं।

म्हारै हिन्यै एक भार है

किणी रै नांव रौ

उणियारै अर ओलूं रौ

म्हें कीकर बाचूं

कोरा कागदां रां लेख

क्यूंकै कोरां कागदां मे

व्हिया करै है कोरो प्रेम।

स्रोत
  • सिरजक : कमल सिंह सुल्ताना ,
  • प्रकाशक : कवि रै हाथां चुणियोड़ी