छोरी रै मन मांय

छावण लागी

सुपनां री धंवर

छोरी आली लकड़ी-सी

सिलगबो करै

परीत रै अलाव मांय!

स्रोत
  • पोथी : कथेसर ,
  • सिरजक : थानेश्वर शर्मा