थूं महान है

थारी महिमा अपरंपार है

इण सारू नीं के थारी माया सूं

दिन में सूरज चमकै–

अर रात में सितारा

इण सारू नीं के थूं संसार बणायौ

उणरौ वैभव बणायौ–

खेतियां-पुसप-सिनेमा-रेलां

इण सारू नीं के थूं समंदर बणायौ

उणरौ वैभव बणायौ–

माछळ्यां, बूंटा, पनडुब्बियां

अर जळपरियां।

म्हैं थनै इण सारू महान् मानूं हूं

के थूं खुद नै छोटो बणाय लेवै है

इतरो छोटो के, हूं कमजोर अर भाग्यहीण

म्हारै मांय थनै मौजूद पाऊं हू।

स्रोत
  • पोथी : अपरंच ,
  • सिरजक : म्यूरिल मेंद ,
  • संपादक : गौतम अरोड़ा ,
  • प्रकाशक : अपरंच प्रकाशन, बासनी, जोधपुर ,
  • संस्करण : अक्टूबर-दिसम्बर
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