अेक तकलू टूटयू

टूटीने भुई पडयू

तकलू तके टूटयू

अेकलु पडयू।

चकलु आव्यू

तकलू माड़े चढ़यू

तकलू तकले मल्यू।

बीजू तकलू टूटयू

टूटीने भुई पडयू

तकलू बेरे टूटयू

अेकलू पडयू

वायरु आव्यू

तकलू रोडे चढ़यू

तकलू तरिये मल्यू।

स्रोत
  • पोथी : जागती जोत (मई 2023) ,
  • सिरजक : प्रदीप सिंह चौहान ,
  • प्रकाशक : राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी बीकानेर
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