जग री

अनंत धारावां री

हलचल

हिड़दै धार्‌यां

म्हैं विराट-सरूप

किसन ज्यौं।

स्रोत
  • पोथी : बिणजारो पत्रिका ,
  • सिरजक : हरदान हर्ष ,
  • संपादक : नागराज शर्मा
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