अंगास मअें उड़ैं

नानी-मोटी

भांत-भांत नी पतंग

दाव-पेच

थौड़िक माथै चाली जयं

अर आवी जयं जमीं माथै

थौड़िक उड़ती रयं

इतराती थकी

के अमें जीती गयी

पण कतराक दन

छैवट

अैक अर अैक दन

आवी जावू है

जमीं माथै।

स्रोत
  • पोथी : अपरंच ,
  • सिरजक : भविष्य दत्त भविष्य