डील का कोत्यूं

नां जुगत्या जीव

चीकदीजै है कुजरबा

दुनियां’ दैखण में

बाजै है जुजरबा

तो मीनख

मीनख को नांव

आंकै गांव

कोई ठांव

काम बडो है बेसूरो

अरै अै! कैं का मीनख

ओतो है पंसूरो।

स्रोत
  • पोथी : मोती-मणिया ,
  • सिरजक : विश्वम्भर प्रसाद शर्मा ‘विद्यार्थी’ ,
  • संपादक : कृष्ण बिहारी सहल ,
  • प्रकाशक : चिन्मय प्रकाशन