ब्याव तो पेली भी हूवता

पण मिनखां रा।

अबै तो मोटा—मोटा टोगड़ा बिकै

बोली लागै

बधै सो पावै।

स्रोत
  • पोथी : मुळकै माटी : गूँजै गीत ,
  • सिरजक : रामनिवास सोनी ,
  • प्रकाशक : कलासन प्रकाशन (बीकानेर)