मनसूबां डूब्योड़ी मारवाड़
मांय ई मांय कित्ती धा’ड़ दहाड़!
बारै ई बारै कित्ती फा’ड़ पहाड़ !
किण दिन होसी आ धाड़-फाड़
दहाड़-पडाड़
मनसूबां डूब्योड़ी मारवाड़!