मनसूबां डूब्योड़ी मारवाड़

मांय मांय कित्ती धा’ड़ दहाड़!

बारै बारै कित्ती फा’ड़ पहाड़ !

किण दिन होसी धाड़-फाड़

दहाड़-पडाड़

मनसूबां डूब्योड़ी मारवाड़!

स्रोत
  • पोथी : राजस्थळी – राजस्थानी मांय लोक चेतना री साहित्यिक पत्रिका ,
  • सिरजक : तेजसिंह जोधा ,
  • संपादक : श्याम महर्षि
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