अड़दीक रातरनौ
उटी नै
हेंडवा लाग्यौ तो
धोतियां नी लांग हाई नै
केवा लागी कै,
क्या वगर क्ये जई र्या हौ?
मे क्यू
तारू नै सोरं नु दुक देकातु न ती
तमनै भूकै मरतै वेटातु नती
ऐटले
कईकं काम धन्दौ हौदवा जाऊँ हूँ।
ई केवा लागी,
पेलो राजा पण क्या वगर ग्यौ हतौ।
ई बार वरै बुद्ध बणी पासो फरयो
पण
मुं जाणु हूँ के तमै आकी उमर फरौगा
तो ए क्ये काम नै मलैगा।
खाली हात पासा आवौगा।
आको जमारो भटकी ने बुद्धु बणी घेरे पासा आवोगा।