करसी पैलां कदैई
म्हारै देस री
रीढ़ ही
अबै तौ कुरसी-
म्हारै देस री रीढ़ व्हैगी है
जदैई तौ
कुरसी मिळता ई
हरेक तण जावै
अर कुरसी जावतां ई
वै गूड़क जावै ।