कुण जमीन रो धणी?
हाड़ मांस चाम गाळ
खेत में पसेव सींच,
लू लपट ठंड मेह
सै सवै दांत भींच,
फाड़ चौक कर करै जोतणी’र बोवणी
बो जमीन रो धणी’क ओ जमीन रो धणी?
मद पिवै उड़ै मजा
करै जुलम सैंकड़ी,
ठग बण्या ठाकरां
हिद हुई हैंकड़ी,
रात दिन रैत नैं लूंटणी’र खोसणी,
ओ जमीन रो धणी’क बो जमीन रो धणी?
हळ जुप्यो जद बिक्या
फूस पान टापरो,
पेट काट बीज री
करी जुगाळ बापड़ो,
पड़ी छांट कयो हरख रामजी भली सुणी,
ओ जमीन रो धणी’क बो जमीन रो धणी?
खड़ी फसल करा कुड़क
भरै ब्याज बाणियूं,
बळद बेच ब्याज रै
ब्याज नै उघाणियूं,
राज सीर चोर कै के करै’र करसणी,
ओ जमीन रो धणी’क बो जमीन रो धणी?
कुण जमीन रो धणी?