सेकंड, मिनट, घंटा

दिन, महीना, साल

समै रै सगळै

नापां री

गोळमाळ है चाल

भूत, भविस, वर्तमान

है अेकल काल

कल-कल बैवै

नदी समै री

जिण री सीधी चाल

पैमानां री खोज मांय

कमी कोनी फिलहाल

पण सीधी नपै गोळ सूं

है बडो कमाल

पण असल में

जे देख्यो जावै

तो धूळ है कमाल

पैमाना सत्ता रा प्यादा

चीजां है पामाल।

स्रोत
  • पोथी : म्हैं अन्नदाता कोनी ,
  • सिरजक : रामस्वरूप किसान ,
  • प्रकाशक : बोधि प्रकाशन ,
  • संस्करण : प्रथम